अब बस भी करो

समझ में नहीं आता कि सड़क में  गड्ढ़े  हैं या  गड्ढ़ों में  सड़क!! और ऊपर से नगर निगम के सितम...  अरे ये तो वही बात हो गई कि आगे कुआं और पीछे खाई...... अब जाएं तो जाएं कहां?? अरे मै बात  कर रहा हू कानपुर महानगर की....   आज मेरा भी  सामना हो गया नगर निगम की बेवफाई से....  हुआ कुछ यूं कि  आज जब मैं न्यूज चैनल जा रहा था तो गोविन्द पुरी पुल से पहले एक बड़ा सा गड्ढ़ा नगर निगम के तोहफे के रूप में मुंह फैलाए पड़ा था... और इसी की मेहरबानी की वजह से लगा था भीषण जाम..... हैरानी की बात तो ये रही कि यातायात नियंत्रण  का कोई भी मेहरबान मौके पर मौजूद नहीं था.... सब एक दूसरे को कोस रहे थे और दे रहे थे नगर निगम वालों को गालियां....  फिर एक दूसरे से भिड़ते बचते निकले सब अपने गंतव्य की ओर..


                                              अरे कोई इन नगर निगम वालों को बताओ कि सड़के खोदने के बाद बंद भी करनी पड़तीं हैं...... कर दो बंद यह खुदाई,,, खुदा के लिए.......!!!!!!!!!!!

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